बृज धाम चलो दीपक 'कुल्लुवी' की कलम से................. मेरे गम से न रख रिश्ता मगर अपना मुझे दे दे, अपने दर्द के लम्हे हमारे नाम तू कर दे ,हम इतने भी नहीं बुजदिल जो डर जाएँगे इतने में, न हो हमपे यकीं ऐ-दोस्त तो मेरी जान भी ले ले बृज धाम चलो
आओ बृज धाम चलो राधा कृष्ण नाम जपो-2
यह नाम प्यार की मूरत है सुबह शाम भजो
आओ बृज धाम चलो राधा कृ———
(1) हो पाप जिनके दिलों में वोह खुश नहीं रहते-2
तड़पते खुशियों को दिन रात दुखी वही रहते-2
खिलाओ फूल-2 मुहब्बत के खिलखिला के हँसो
आओ बृज धाम चलो राधा कृ———
(2) शरण में आओ कान्हा के तर जाओगे-2
मिलेगा कुछ न जो दुनियाँ से डर जाओगे-2
राधा,मीरा सी-2 मुहब्बत का इतिहास रचो
आओ बृज धाम चलो राधा कृ———
(3 )दिलों में प्यार के ‘दीपक’ जो तुम जलाओगे-2
मुहब्बतों के खज़ाने तुम्हीं तो पाओगे-2
बसा लो दिल में-2 सभी को,सभी के दिल में बसों
आओ बृज धाम चलो राधा कृ———
दीपक ‘कुल्लुवी’
फ़िल्मी गीत : न सर झुका के जियो और न मुँह छुपा के जियो की धुन पर आधारित I
बृज धाम चलो
आओ बृज धाम चलो राधा कृष्ण नाम जपो-2
यह नाम प्यार की मूरत है सुबह शाम भजो
आओ बृज धाम चलो राधा कृ———
(1) हो पाप जिनके दिलों में वोह खुश नहीं रहते-2
तड़पते खुशियों को दिन रात दुखी वही रहते-2
खिलाओ फूल-2 मुहब्बत के खिलखिला के हँसो
आओ बृज धाम चलो राधा कृ———
(2) शरण में आओ कान्हा के तर जाओगे-2
मिलेगा कुछ न जो दुनियाँ से डर जाओगे-2
राधा,मीरा सी-2 मुहब्बत का इतिहास रचो
आओ बृज धाम चलो राधा कृ———
(3 )दिलों में प्यार के ‘दीपक’ जो तुम जलाओगे-2
मुहब्बतों के खज़ाने तुम्हीं तो पाओगे-2
बसा लो दिल में-2 सभी को,सभी के दिल में बसों
आओ बृज धाम चलो राधा कृ———
दीपक ‘कुल्लुवी’
फ़िल्मी गीत : न सर झुका के जियो और न मुँह छुपा के जियो की धुन पर आधारित I
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